Tuesday 12 January 2016

ये कीकर, ये बबूल मेरे लिये वादी हो चले है,
इन अंगारो भरी राहो के हम आदी हो चले है।


लम्हा-लम्हा भुलाया कभी, अभी यादो मे पहर है बाकी,
मैकदा खाली, खाली पैमाने, किसके इन्तजार मे साकी,
अंधेरी रात है यहाँ, वहाँ सितारो की महफिल सजी होगी,
पाने को मंज़िल-ए-मकसूद रात को एक पहर है बाकी।


मोदी गान
मोदी से जगा नया विश्वास है,
जी॰ डी॰ पी॰ बढने की आस है,
महंगाई ने तो मार ही डाला था,
मोदी से आयी साँस मे साँस है।
राहुल गान
राहुल देश के युवाओ की आन-बान है,
दस सालो मे देश को बनाया महान है,
मैट्रो स्कूल एयरपोर्ट सब कुछ है दिया,
राहुल के विकास के सपने मे जान है।
केजरीगान
सबको मिला मौका अब केजरीवाल की बारी है,
भ्रष्टाचार महंगाई की देश से मिटानी बिमारी है,
उन्नचस दिन, उनके पूरे साठ साल पे भारी है,
आप बहुत क्रान्तिकारी बहुत ही क्रान्तिकारी है।


हैप्पी होली, हमजोली संग ठिठोली, मजा ही कुछ और है,
पानी मे डले रंग, रंग पर चढे भंग, मजा ही कुछ और है,
जमकर रंगलो प्यार,गुंजिया रही पुकार, हुडदंगी त्यौहार,
पिचकारी की धार, फुआर पलटवार,मजा ही कुछ और है।
 


होली आई होली आई, आई होली खोली मे,
टोली लेके आये नेता वोट मांगने खोली मे,
नीले पीले हरे गुलाबी, बोलो कैसा लोगे रंग,
रंग बिरंगे सपने लेकर आये नेता झोली मे।
 
 
 

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